'दुनिया के 34 प्रतिशत मुस्लिम भारत, पाकिस्तान व बाग्लादेश में बसते है। भारत की साढ़े सात करोड़ मुस्लिम महिलाओं में से साढ़े पाच करोड़ निरक्षर है। मुस्लिमों की आरक्षण की माग कोई भीख नहीं, यह उनका संवैधानिक अधिकार है।' यह नजरिया है देश में मुस्लिमों की स्थिति का आकलन करने वाले पूर्व न्यायाधीश डॉ. राजेंद्र सच्चर का।
सच्चर रविवार को अहमदाबाद में 'अमेरिकन फेडरेशन ऑफ मुस्लिम्स ऑफ इडियन ओरिजिन' की ओर से आयोजित दो दिवसीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मूर्तिपूजा का भी मजाक उड़ाया।
सच्चर ने कहा कि देश में मुस्लिमों की स्थित बेहतर नहीं है। आरक्षण मुस्लिमों का अधिकार है व तथा कोई सरकार इस कौम पर अहसान नहीं कर रही। संविधान में सभी संप्रदाय के लोगों को समान अधिकार दिया गया है। देश की बीस करोड़ आबादी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रही है, उनके पास रोज 20 रुपये भी खर्च करने को नहीं है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के बचपन की एक घटना का उल्लेख करते हुए मूर्तिपूजा का मजाक उड़ाया।
सच्चर ने कहा कि भगवान शिव की प्रतिमा के सामने रखे प्रसाद को जब विवेकानंद ने चूहों को खाते देखा तो उन्होंने सोचा कि जो भगवान अपने सामने से चूहे को नहीं हटा सकते वे मानव का क्या भला करेंगे?
सांसद मौलाना असरारुल कासमी ने कहा कि देश के मदरसों में 4 प्रतिशत ही बच्चे पढ़ रहे है लेकिन 52 प्रतिशत मुस्लिम बच्चे स्कूलों में पढ़ रहे है जिनके ईमान को बचाकर रखना जरूरी है। मुस्लिमों को राजनीतिक कैडर तो मिला लेकिन शिक्षा का कैडर अभी तक तैयार नहीं हुआ है। मुस्लिम रोने पीटने वाली कौम नहीं है हमें हर मुश्किलों का सामना करना होगा।
yeh sch agr schchr nhin bhi khte to desh ise janta he or kongres iske liyen khas tor se zimmedar he kongres ne aaj bhi rngnaath mishr ki riport ke tht aarkshn ordinens se hindu shbd htaa kr bhariy shbd nhin joda he . akhtar khan akela kota rajsthan
ReplyDeleteBahut khub, aapne bilkul sahi kaha bhai,
ReplyDeleteहमारी कौम बड़े ही सब्र वाली है, मैने कई मुसलमानों को देखा है जिनके पास जिस्म ढंकने एकाध ही कपड़ा है लेकिन फिर भी किसी पर जाहिर न हो इसलिए भूखे पेट बड़ी शान से रहते है तिरस्कृत होने के बाद भी 'ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी' सुनते ही उनकी आंखे भर आती है| ठेकेदार क्या और कैसे मापेंगें कि भारत के मुसलमान देश से कितना प्यार करते है|
ReplyDeleteFeroz Bhai ye kisi ko batane ki jarurat nahi he hum sabko pata he. jitana hindu bharat desh se pyar karta he. utana hi muslim bhi. ye to kutch logo ki gandi rajnitee he. jo hindu muslim ko Aapas me lada kar Apani Rajneetik roti sek raha he.
DeleteHamare bahut se dost ya kahe 70% dost mere muslim he lakin hame dekhoge to tumhe yahi lagega ki hum bhai he. ye sab Apane man se nikalo. Aur pyar se Aapas me raho.
यहाँ मूर्ति पूजा के के बारे में जो घटना दी गई है वो स्वामी विवेकानंद के नही स्वामी दयानंद के जीवन की घटना है जो की महासिवरात्रि को घटित हुयी थी।
ReplyDeleteIf you want justice in the country ,don't beg from government but teach all Muslim community go to school and get degree for I.A.S. and degree for Judicially and degree for technology and make strong political field and send honest MP in parliament and in vidhan sabha
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