मेरा क्या कर लोगे
दुनिया में शांति, सुरक्षा, लोकतंत्र, न्याय, स्वतंत्रता, समानता आदि का मानवीय चेहरा लगाये हुए अमेरिकन व ब्रिटिश सैनिकों ने ईराक के अन्दर ६६ हजार से अधिक ईराकियों को भयंकर प्रताड़ना देकर उनकी हत्या कर दी है। अमेरिका के गुप्त सैन्य दस्तावेजों के अनुसार इराक में मारे गए एक लाख नौ हजार बत्तीस लोगों का ब्यौरा है। इसमें ६६ हजार ८१ नागरिक, २३ हजार ९८४ विद्रोही, १५ हजार १९६ इराकी सर्कार के सैनिक और गटबंधन सेना के ३ हजार ७७१ सैनिक शामिल हें। १५ हजार आम लोगों की मौतों का कोई अता पता नहीं है। इराकी नागरिकों को पकड़ कर पिटाई करने जलाने और कोड़े बरसाने के साथ साथ महिलाओं के साथ बलात्कार करना भी शामिल है।
पत्रकारों को मारने के लिए हेलीकाप्टर गनशिप का भी इस्तेमाल किया गया है। पकडे गए नागरिकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। लोहे की पीपे और जंजीरों से पीटा जाता है। खाने के नाम अखाद्य चीजों को भी खाने के लिए मजबूर किया जाता है।
विक्लिक्स वेबसाइट ने ईराक के अन्दर अमेरिका द्वारा किये जा रहे युद्ध अपराधों का गोपनीय ब्यौरा अपनी वेबसाइट पर जारी किया है। वेबसाइट के मुख्य संपादक जूलियन असांजे ने कहा है कि यह दस्तावेज युद्ध के दौरान किये गए अपराधों के ठोस सबूत हें यह अपराध अमेरिका की अगुवाई करने वाली गठबंधन सेनाओं और इराकी सरकार द्वारा किये गए हें।
साम्राज्यवाद का असली चेहरा यही है चाहे अमेरिकन साम्राज्यवाद हो या ब्रिटिश साम्राज्यवाद हमारे देश में ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है किन्तु हमारे देश के वर्तमान नेतागण अमेरिकन साम्राज्यवाद के जबरदस्त प्रशंसक हैं और उनके द्वारा किये जा रहे कृत्यों के ऊपर सिर्फ मानवीय चेहरा लगा हुआ है।
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