Wednesday, February 09, 2011

आरएसएस के 'भगवा मौलाना' मुसलमानों को दे रहे हैं 'उपदेश'

लखनऊ के मोहम्मद वाहिद चिस्ती जो कर रहे हैं, इस तरह की हिम्मत कुछ कम ही लोग करते हैं। चिस्ती उन 15 'भगवा मौलानाओं' में से हैं, जो शहर के मुस्लिम बहुल इलाके की गलियों में घूमकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सिद्धांतों का प्रचार कर रहे हैं। ये लोग मच्चाली महल, मॉडल टाउन और बसई मस्जिद के मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रचार कर रहे हैं। गौरतलब है कि हमेशा से कट्टर हिंदुत्व की बात करने वाला आरएसएस आज-कल अपने साथ मुसलमानों को जोड़ने की मुहिम चला रहा है।

ये भगवा मौलाना अपने साथ एक पतली सी बुकलेट रखे हुए हैं, इसमें आरएसएस के विचार हैं। इसमें भगवा टेररिजम को लेकर फैलाई जा रही 'अफवाह' और राम जन्मभूमि आंदोलन की 'सही' जानकारी दी गई है।

यह प्रचार अभियान देश भर में चल रहे आरएसएस के ' गृह संपर्क ' अभियान का हिस्सा है। इस अभियान के कई रिऐक्शन आ रहे हैं। मच्चाली महल के मोहम्मद आलम ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले 60 सालों में पहली बार हमारे मुहल्ले में खाकी निकर वाले दिखे हैं। खाकी निकर और फैज टोपी वाले कभी एक साथ नहीं दिखते थे। ऐसा पहली बार दिख रहा है। वहीं, शिया पीजी कॉलेज में पढ़ने वाले एक नौजवान अरशद हुसैन ने कहा कि हम इस तरह के दोस्ताना रवैये का हमेशा स्वागत करेंगे।

भगवा मौलानाओं की इस टीम का नेतृत्व मोहम्मद अफजल कर रहे हैं। वह आरएसएस के सहयोगी संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक हैं। इस मौके पर आरएसएस के लखनऊ विभाग के प्रचारक उमेश कुमार ने कहा कि मुसलमान भाइयों के साथ हमारा अनुभव बहुत ही प्रेरणादाई रहा है।

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