Friday, June 17, 2011

पोस्‍टमार्टम से पहले धोई गई थी लाश!



उत्‍तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में सोनम नामक नाबालिग लड़की की रेप और हत्‍या के मामले में एक के बाद एक नया मोड़ आ रहा है। फिलहाल आपको बता दें कि सोनम का जब दोबारा पोस्‍टमार्टम हुआ तो उसमें सिर्फ हत्‍या की पुष्टि हुई और रेप पर रहस्‍य बरकरार रह गया। मगर अब इस मामले जो मोड़ सामने आया है उसने तो पुलिस पर अबतक का सबसे बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है। इस खुलासे से उत्‍तर प्रदेश पुलिस और शासन के आला अधिकारी क‍टघरे में आ गये है। 

निघासन थाना परिसर में मारी गई सोनम का पोस्टमार्टम कराने से पहले पुलिस ने साक्ष्य छिपाने के हर जतन कर डाले थे। इस पूरे मामले में एक ताजा खुलासा यह है कि पोस्टमार्टम के लिए लाश को ले जाने के दौरान शव को शारदा नहर में धोया गया था। यह कुछ ऐसे साक्ष्यों को मिटाने के लिए किया गया, जो घटना पर अहम रोशनी डाल सकते थे। इतना ही नहीं इस पूरे लीपापोती की कमान एक पुलिस के एक आला अधि‍कारी ने संभाली थी। 

सोनम हत्‍याकांड की परतें पांच दिन बाद अब धिरे धिरे खुलने लगी हैं। पूरे इलाके में दबी जुबान से यह चर्चा है कि सोनम के शव को ढकरवा चौराहे से थोड़ा आगे शारदा नहर में धोया गया था। पुलिस वहां जब पहुंची थी तो अंधेरा हो चुका था। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने इसलिए शाम निकल जाने के बाद सोनम का शव उसके घर से उठाया ताकि रास्ते में साक्ष्य मिटा सके। 

सोनम की मां ने बसपा के विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष सुरेन्द्र शाक्य दीपू को लिखी गई तहरीर कुछ और ही कहती है। इसमें उन्‍होंने दुरावार का अंदेशा जताया है और सोनम के शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान और गुप्तांग से खून बहने की बात लिखी गई है। 

सबूतों के साथ लीपापोती करने की कमान पुलिस के आला अधिकारी ने संभाली थी

जानकार कहते हैं घटना सामने आते ही लीपापोती शुरू हो गई थी और इसकी कमान किसी उच्चाधिकारी ने संभाल रखी थी। सूत्रों का कहना है कि सोनम का पहली बार पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों ने भी उच्चाधिकारियों के दबाव की बात सीबीसीआइडी से कही है। घटना के बाद हटाए गए पुलिस अधीक्षक डीके राय को सस्पेंड भी इसी आधार पर किया गया है कि वह बड़े अधिकारियों को गुमराह कर रहे थे। 

अहम सवाल है किसे बचाने के लिए ऐसा किया गया। सूत्रों के मुताबिक सीबीसीआइडी के पास सबूत के तौर पर सबसे अहम गवाह सोनम का पांच वर्षीय भाई अरमान है, जिसने घटनास्थल के रूप में एक सिपाही के घर को चिन्हित किया है। घर सिपाही विनय सिंह का है, जो घटना के दिन से फरार है। सीबीसीआइडी की तफ्तीश इस सिपाही पर केंद्रित है।

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