Sunday, January 16, 2011

देशप्रेम किस का ज़्यादा???


कथित देशभक्त" लोग अकसर कहते है जो "वन्दे मातरम" नही गा सकता वो अपने देश से प्यार नही करता। अगर इस देश में रहना है तो वन्दे मातरम गाना पडेगा वर्ना तुम गद्दार कह लाओगे और गद्दारों के लिये इस देश में जगह नही है तुम ये देश छोडकर जा सकते हों.......वगैरह वगैरह...

इन कथित देशभक्तों से कुछ प्रश्न:
 
प्रश्न 1: जब आप अपने देश को "भारत माता" कहते हो तो अपनी मां के सीने में दफ़न क्यौं नही होते हो??

प्रश्न 2: क्यौं "भारत माता" के सीने में दफ़न होने के बजाय "गंगा मैया" में तुम्हारी अस्थियां बहाई जाती है??


प्रश्न 3: कहते हो ये शरीर पांच तत्वों से बना है जिसमें ये मिट्टी भी शामिल है तो सिर्फ़ अग्नि के हवाले अपना शरीर करते हो और अस्थियां गंगा या और किसी नदी में बहा देते हो तो बाकी और तीन तत्वों का क्या????? इनको क्यौं छोड दिया???


प्रश्न 4: क्यौं कोई फ़ौजी या भारत माता का सच्चा सपुत या इस देश का सच्चा देशभक्त शहीद होने से पहले इस देश की मिट्टी में समाने की इच्छा ज़ाहिर नही करता है???

प्रश्न 5: क्यौं किसी देशभक्त या देश के लिये शहीद होने वाले को देश की मिट्टी में दफ़नाया नही गया??


प्रश्न 6: क्यौं तुम्हारी अस्थियां उस गंगा नदी में बहाई जाती है जो तुम्हारी अस्थियों को बहाती हुई "हमारे देश के दुश्मन और आस्तीन के सांप बाग्लांदेश" में ले जाती है????



जबकि इसका उल्टा मुस्लमान अपने देश की मिट्टी में ही दफ़न होता है....वो जहां पैदा होता है, जहां खाता है जो मिट्टी उसको रोज़ी-रोटी-मकान सब कुछ देती है वो उसी मिट्टी में मिल जाता है.... ना पेड कटा, ना कोई प्रदुषण हुआ, ना नदी का पानी गन्दा हुआ.......जिस मिट्टी से बना था उसी मिट्टी में मिल जाता है....

अब देशप्रेम किस का ज़्यादा हुआ????

हमारी अन्‍जुमन




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