Friday, November 19, 2010

अमेरिकन न्याय, शांति, सुरक्षा, स्वतंत्रता, लोकतंत्र का यह अनोखा रूप.

मेरा क्या कर लोगे
दुनिया में शांति, सुरक्षा,लोकतंत्र, न्याय, स्वतंत्रता,समानता आदि कामानवीय चेहरा लगाये हुएअमेरिकन व ब्रिटिशसैनिकों ने ईराक के अन्दर ६६ हजार से अधिकईराकियों को भयंकरप्रताड़ना देकर उनकी हत्याकर दी है। अमेरिका के गुप्तसैन्य दस्तावेजों के अनुसारइराक में मारे गए एक लाखनौ हजार बत्तीस लोगों काब्यौरा है। इसमें ६६ हजार ८१ नागरिक, २३ हजार ९८४ विद्रोही, १५ हजार १९६ इराकी सरकार के सैनिक और गटबंधन सेना के ३ हजार ७७१ सैनिक शामिल हें। १५ हजार आम लोगोंकी मौतों का कोई अता पता नहीं है। इराकी नागरिकों को पकड़ कर पिटाई करने जलाने और कोड़ेबरसाने के साथ साथ महिलाओं के साथ बलात्कार करना भी शामिल है।
पत्रकारों को मारने के लिए हेलीकाप्टर गनशिप का भी इस्तेमाल किया गया है। पकडे गए नागरिकोंके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। लोहे की पीपे और जंजीरों से पीटा जाता है। खाने केनाम अखाद्य चीजों को भी खाने के लिए मजबूर किया जाता है।
विक्लिक्स वेबसाइट ने ईराक के अन्दर अमेरिका द्वारा किये जा रहे युद्ध अपराधों का गोपनीय ब्यौराअपनी वेबसाइट पर जारी किया है। वेबसाइट के मुख्य संपादक जूलियन असांजे ने कहा है कि यहदस्तावेज युद्ध के दौरान किये गए अपराधों के ठोस सबूत हें यह अपराध अमेरिका की अगुवाई करनेवाली गठबंधन सेनाओं और इराकी सरकार द्वारा किये गए हें। 
साम्राज्यवाद का असली चेहरा यही है चाहे अमेरिकन साम्राज्यवाद हो या ब्रिटिश साम्राज्यवाद हमारेदेश में ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है किन्तु हमारे देश के वर्तमान नेतागणअमेरिकन साम्राज्यवाद के जबरदस्त प्रशंसक हैं और उनके द्वारा किये जा रहे कृत्यों के ऊपर सिर्फमानवीय चेहरा लगा हुआ है।


लो क सं घ र्ष !

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