Wednesday, May 25, 2011

सावधान! फेसबुक पर किसी ने आपकी प्रोफाइल तो नहीं बनाई



सावधान, किसी ने फेसबुक पर आपके नाम से प्रोफाइल तो नहीं बनाई। यदि ऐसा है तो तुरंत पुलिस को शिकायत करें, क्योंकि प्रोफाइल बनाने वाला आपके नाम से कुछ भी आपराधिक कृत्य कर सकता है और आप फंस सकते हैं। ऐसा ही वाकया उदयपुर के एक केबल ऑपरेटर के साथ हुआ है। 

यह प्रोफाइल बनाने वाला व्यक्ति चैटिंग भी करता है और मेवाड़ी लहजे में ही जवाब भी देता है। सोशल नेटवर्किग पर जिस तरह से यूजर बढ़े हैं उसी तरह से साइबर क्राइम की घटनाएं भी बढ़ रही है। 

फेसबुक व ऑरकुट पर साइबर क्राइम से संबंधित शिकायतों ने पुलिस की नाक में भी दम कर रखा है। सोशल नेटवर्किग के जरिए व्यक्ति कहीं भी बैठे अपने मित्रों परिजनों से संपर्क कर अपनी जानकारियां, विचार व फोटो आपस में एक्सचेंज कर सकता है। ऐसे में यदि आपकी प्रोफाइल किसी और ने बना ली है तो वह आपके नाम और जानकारियों का दुरुपयोग भी कर सकता है।

शहर के एक प्रमुख केबल ऑपरेटर छोगालाल भोई के नाम की प्रोफाइल बनाकर चैटिंग करने की जानकारी सामने आई है। इसकी जानकारी छोगालाल को अपने पुत्र ने दी तब पता चला। यही नहीं प्रोफाइल बनाने वाला लगातार उनके सवालों के जवाब भी दे रहा है। 
प्रोफाइल में उनका हाल ही में युवा महोत्सव के दौरान खींचा गया फोटो भी लगा हुआ है तथा वह व्यक्ति जवाब भी मेवाड़ी लहजे में दे रहा है। इस घटना के बाद छोगालाल ने अपने पुत्र अविनाश को धानमंडी थाने भेजकर इस आशय की शिकायत की तो पुलिस अधिकारी ने उन्हें यह जवाब दिया कि पहले अपने स्तर पर पता लगाओ। छोगालाल ने इसके लिए साइबर क्राइम एक्सपर्ट अभिषेक धाबाई से संपर्क किया है।

राजसमंद जिले के देवगढ़ कस्बे में एक माह पूर्व एक छात्रा को फेसबुक आईडी बनाकर उसे परेशान किया गया था, जिसमें पुलिस आरोपी तक पहुंचने में सफल रही।

लगभग दो माह पूर्व डबोक रोड स्थित एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज की वेबसाइट बनाकर शरारती तत्व ने उसमें आपत्तिजनक जानकारी डाल दी। हालांकि कॉलेज प्रशासन इसमें बिना पुलिस की मदद से आरोपी तक पहुंचने में सफल रहा।

क्या सावधानी बरतें

> यूजर्स अपनी फोटो शेयर ना करें।
> नेटवर्किग पर बर्थ डेट व अन्य निजी जानकारियां सही नहीं डालें।
> अनजान व्यक्तियों से ऑनलाइन बात नहीं करें।
> सोशल नेटवर्किग पर सिक्योरिटी फीचर्स का उपयोग कर अपनी प्रोफाइल की जानकारी ना दें।
> सोशल वेबसाइट पर सेलफोन से रजिस्ट्रेशन ना कराएं।
> साइबर क्राइम का शिकार होने पर अपनी प्रोफाइल के पेज का प्रिंट आउट लें व अपनी आईडी प्रूफ के साथ निकटतम पुलिस थाने या साइबर सेल में संपर्क करें।

एक्सपर्ट व्यू

देश में लगभग साढ़े आठ करोड़ इंटरनेट यूजर हैं, उनमें से करीब 80 प्रतिशत फेस बुक यूज करते हैं। साइबर क्राइम की घटनाओं से बचने के लिए यूजर्स को अपनी निजी जानकारियां, फोटो आदि शेयर नहीं करने चाहिए। फेसबुक एक काल्पनिक दुनिया है तथा यूजर्स अनजाने लोगों से मिलने ना जाएं। 

यूजर्स को हमेशा यूनिक पासवर्ड उपयोग में लेना चाहिए।पासवर्ड को हमेशा बदलते रहना भी जरूरी है। कोई साइबर क्राइम का शिकार होता है तो उसे अपनी प्रोफाइल पेज का प्रिंट लेकर निकटतम पुलिस थाने में संपर्क करना चाहिए।

अभिषेक धाबाई
साइबर क्राइम एक्सपर्ट

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