स्टुडेंट्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (एस.एफ.आई) के हमीरपुर जिले (हिमाचल प्रदेश) के नेता रोहित कुमार की 26 सितम्बर की
सुबह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ए.बी.वी.पी) के गुंडों ने उनके कॉलेज (बी.बी.एन कॉलेज, चकमोह, हमीरपुर) के भीतर नृशंश हत्या कर दी। गत अगस्त माह में हुआ छात्र संसद चुनाव
में चकमोह कॉलेज में ए.बी.वी.पी पर एस.एफ.आई की जीत के पीछे रोहित की बड़ी भूमिका
थी। ए.बी.वी.पी के गुंडे तब से ही कामरेड रोहित को धमकियाँ दे रहे थे। उक्त वक्तव्य
एस एफ आई के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप पिप्पल और महासचिव शैलेश बोहरे ने दिया।
छात्र नेताओं ने बताया की गत शनिवार इन गुंडों ने एक छात्रा
के साथ छेड़छाड़ की थी जिसका रोहित और एस एफ आई के अन्य छात्रों ने विरोध किया था। उसी
दिन उन गुंडों ने रोहित को जान से मारने की धमकी दी थी। भाजपा संरक्षित इस छात्र संगठन
के गुंडों के खिलाफ पुलिस में रोहित द्वारा दर्ज रिपोर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
तबसे रोजाना रोहित को धमकिया दी जा रही थी। 26 सितम्बर की सुबह ए बी वी पी के गुंडे
10.30 बजे के लगभग हथियारों से लैस होकर कॉलेज आये और रोहित व उनके साथियो पर हमला
बोल दिया और रोहित को मौत के घाट उतार दिया।
एस एफ आई नेताओं ने बताया कि रोहित अपने माता-पिता की अकेली
संतान थे। रोहित की नृशंश हत्या की घोर निंदा करते हुए एस एफ आई की केंद्रीय कमेटी
ने तत्काल दोषियों की गिरफ़्तारी और कडी सजा की मांग की है। एस एफ आई की हिमाचल राज्य
कमेटी ने पूरे प्रदेश में कॉलेज बंद व कैम्पस बंद का आह्वान करते हुए कामरेड रोहित
के परिवार को 25 लाख के मुआवजे की मांग की है। एस एफ आई की केंद्रीय कमेटी ने हिमाचल
प्रदेश के छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए गुरूवार को पूरे देश में शिक्षण
संस्थाओ व अपनी इकाइयों में विरोध कार्यवाही करने का आह्वान किया है।
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