Tuesday, December 14, 2010

वर्तमान समय में भारत के तीन बड़े झूठ

एयरलाईन खोलने के लिए मुझसे रिश्वत मांगी गयी। मेरे एक मित्र ने कहा कि इस व्यवसाय में आना चाहते हो तो दे दो 15 करोड़ की रिश्वत। लेकिन मैंने उन्हें मना करते हुए कहा कि अगर मैं रिश्वत दे दूंगा, तो मुझे नींद नहीं आएगी।

- रतन टाटा ( चेयरमैन, टाटा संस )

टाटा जी का पूरा साम्राज्य घूस देने पर ही टिका हुआ है तमाम टैक्सों की चोरी से लेकर नौकरशाही को उपहार देकर भ्रष्ट बनाने का कार्य आपका आर्थिक साम्राज्य करता है। अमेरिका की ओबामा की पार्टी से लेकर भारत में कांग्रेस भाजपा तक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से चंदा रूपी आप घूस देते हैं और उसी घूस के तहत तमाम सारे अपराधों से मुक्ति पाते हैं। यदि ईमानदारी से विभिन्न मामलों की जांच करा ली जाये तो आप पर हजारो आर्थिक मुकदमें होंगे। जिसमें कई जन्मो की सजा हो सकती है लेकिन तुलसीदास जी लिख गए हैं - समरत को नहि दोष गोसाईं॥


यह सच है कि व्यावसायिक कम्पनियां रिश्वत देकर अपना काम करवा रही हैं। लेकिन उन्हें काम करवाने के लिए रिश्वत नहीं देनी चाहिए। आम आदमी की तुलना में उनके लिए यह ज्यादा आसान होगा।

-राहुल बजाज ( सांसद एवं चेयरमैन, बजाज ग्रुप)


भ्रष्टाचारियों का उपदेश है यह आप के आर्थिक साम्राज्य को किसी समय में कांग्रेस का भरपूर समर्थन प्राप्त था। बीच में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का भी अपूर्व समर्थन प्राप्त था जिसके कारण नियमो उपनियमो की धज्जियां उड़ा कर साम्राज्य खड़ा हुआ है। कौन सा कार्य आप के आर्थिक साम्राज्य में नहीं होता है।



देश की सबसे बड़ी समस्या भ्रष्टाचार है। देश से यह दूर हो जाएगा तो सारी समस्याएं हल हो जायेंगी। भ्रष्टाचार राजनितिक समस्या है न की सामाजिक समस्या ।

-बाबा रामदेव ( योग गुरु व पतंजलि के संस्थापक )


यह भ्रष्टाचारी उवाच है आप आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माता व व्यापारी हैं। दवाओं में मानव हड्डियों का इस्तेमाल करते थे। बवाल होने पर बड़ी सफाई दी। उस समय इनके द्वारा उत्पादित दवाओं में लेबेल के ऊपर उसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री का वर्णन नहीं होता था। इनका औषधि व्यापार भ्रष्टाचार रहित है यह बात उसी तरीके से सत्य है जिस तरीके से रात को सूरज निकला था।

वर्तमान समय में भारत के ये तीन बड़े झूठ हैं।

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