योग से भोग और फिर भोग से राजनीति तक
जी हाँ दोस्तों जिन साधू संत मोलवियों और योग गुरुओं का देश में नेतिक शिक्षा देना देश को स्वास्थ शिक्षा देने का काम था आज वोह आज मोह मायाजाल में फंस कर राजनीति में आ गये हैं चाहे साधू हों चाहे संत हो या मौलाना हों चाहे योग गुरु हों सभी लोग देश को उकसाकर कोई मुद्दा भुना कर राजनीती करने में लगे हैं और हर बार जो भी पार्टी विपक्ष में होती हे वही इस विपरीत कालीन व्यवस्था को बढ़ावा देते हैं ।
अभी हाला ही में देश में भ्रस्टाचार और काले धन के मुद्दे पर योग गुरु बाबा रामदेव ने एक रेली करी बाबा रामदेव का मुद्दा भ्रस्टाचार के खिलाफ बोलना काले धन को उजागर कर दोषियों को दंडित कर इस धन को वापस देश में लाना पुरे देश को अच्छा लगा हे मैं भी इसका समर्थक हूँ और खुदा करे बाबा रामदेव इस देश के भ्रष्ट बेईमान लोगों को सज़ा दिलवाएं लेकिन अगर इसपे राजनीति हो इस नाम पर ब्लेकमेलिंग हो तो ऐसे मुद्दों को जनता में भ्रम फैला कर माहोल बिगड़ने वालों को सरे आम फांसी की सजा का प्रावधान होना चाहिए सारा देश जानता हे बोफोर्स, फेयरफेक्स का तमाशा क्या हुआ था लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात आज भाजपा के रामदेव को सपोर्ट है तो भाजपा रामदेवजी को राज्यसभा में क्यूँ नहीं लेजाती क्यूँ राज्यसभा में एक इमानदार योगगुरु को लेजाकर भ्रष्ट और बेईमान लोगों के खिलाफ बोलने का अवसर नहीं दिया जाता ।
अभी बाबा रामदेव ने रेली की सारा देश जानता हे किसी भी नेता का नाम लेकर उसे भ्रष्ट नहीं कहा गया लोग सोचते थे भर्ष्टाचार के बढ़े बढ़े सबूत उजागर होंगे देश के कई नेता नंगे होंगे लेकिन क्या हुआ कोन भ्रष्ट है काला धन किसके पास है सबूत कहाँ है बाबा रामदेव कहते हैं वक्त आने पर बताऊंगा वोह कहते प्रधानमन्त्री ईमानदार हैं दोहरी बात एक भर्ष्टाचार फेलाने वाला कोई भी व्यक्ति या भर्ष्टाचार होता हुआ देख कर चुप रहने वाला कोई भी व्यक्ति अगर इमानदार कहा जाये तो कहने वाले की मानसिकता क्या है समझ लेना चाहिए एक व्यक्ति कहे देश के नेता भ्रष्ट हें देश में कला धन है और मेरे पास सबूत हैं और वो सबूत जनता को नहीं बताये जाएँ जनता से छुपाये जाएँ तो फिर इसे ब्लेकमेलिंग नहीं तो क्या कहेंगे सारे नेता भ्रष्ट हैं प्रधानमन्त्री मनमोहन इमानदार हैं और भ्रष्ट कौन है उसका नाम किसी को नहीं बताया जा रहा है नाम नहीं लिया जा रहा है तो फिर क्या यह मुहीम भ्रष्टाचार के खिलाफ है नहीं न तो दोस्तों भ्रष्टाचार की किसी भी लड़ाई में आप हो चाहे मैं हूँ सब मिलकर लड़ने को तय्यार बेठे हैं लेकिन सबूत जो आपके पास है छुपा कर मत रखो जनता को बताओ और अगर सबूत आप अपने पास रखते हो मांगने पर भी नहीं बताते नाम किसी का लेते नहीं हो तो फिर सारा देश जानता है के ब्लेकमेलिंग की कला क्या है और यह देश इस देश का आसमान ना जाने कहा गयी ब्लेक्मेल्रों को कैसे कैसे जनता कुछ क्षण कुछ पल के लियें बेवकूफ बन सकती है लेकिन सबूत नहीं मिले तो फिर सडकों पर तुम्हारे खिलाफ भी आ सकती है इसलियें देश के भ्रष्ट लोगों के खिलाफ बाबा सबूत पेश करों और इस लड़ाई में हमें भी शामिल करो ।
दोस्तों यह अपना देश है यहाँ की जनता जनार्दन अपना सबकुछ त्याग कर जिसे सर पर बैठा कर घुमती है उसकी पोल खुलने पर उसको सरे राह पीट पीट कर लहुलुहान भी करती है इसलियें जय भारत जय जनता ।
-अख्तर कहाँ अकेला कोटा राजस्थान
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